पांढुर्णा से जयवंत उपश्याम की विशेष रिपोर्ट
पांढुरना। विश्वप्रसिद्ध गोटमार मेले की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। मेला स्थल के आस पास पत्थरबाजी के लिए बडी संख्या में पत्थर एकत्र हो चुके है। पांढुरना और सावरगांव के बीच स्थित जाम नदी की पुलिया पर, सावरगांव की ओर और पांढुरना की ओर भी अनेक स्थानों पर गोटमार के लिए पत्थर एकत्र किए गए है कल 27 अगस्त 2022 के सुबह 5 बजे इस पवित्र झंडा रूपी पलाश के पेड़ को जाम नदी में गाड़ा जाएगा। इसके उपरांत दोपहर 11-12 बजे तक पांढुरना और सावरगांव के लोग इस झंडे की आस्था के साथ पूजा अर्चना करेंगे। पुलिस प्रशासन द्वारा निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे का प्रयोग सफलता के साथ किया जा रहा है। पर इस वर्ष पुलिस के सुरक्षा दस्ते में तैनात बम स्क्वॉड भी पांढुरना पहुंच चुका है। पहले दिन डिप्टी कलेक्टर ओमप्रकाश सनोडिया के अनुसार इस बार नदी में चलाने के लिए मोटर के रूप में छोटी नाव भी भेजी जा सकती है। पुलिस दस्ते में बम स्क्वॉड वाहन भी पहुंच चुका है जिसके साथ सूंघकर बम का पता लगाने वाला डॉबरमेन प्रजाति का डॉग भी मौजूद है।