संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने की संभाग में कोविड उपचार हेतु उपलब्ध ऑक्सीजन एवं सैम्पलिंग कार्य की समीक्षा

इन्दौर। संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने सोमवार को कमिश्नर कार्यालय में नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल, संयुक्त आयुक्त श्री राघवेन्द्र सिंह के साथ वीसी के माध्यम से संभाग के समस्त जिलों के कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ जिलों में कोविड जांच हेतु की जा रही सैम्पलिंग तथा उपचार में प्रयोग हो रहे ऑक्सीजन की उपलब्धता के बारे में विस्तृत समीक्षा की। बैठक में संयुक्त आयुक्त श्रीमती सपना सोलंकी, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ. अशोक डागरिया भी उपस्थित रहे।
बैठक में संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने संभाग के समस्त जिलों के कलेक्टर्स को निर्देश दिये कि वे व्यक्तिगत रूप से सुनिश्चित करें कि जिलों में कोविड जांच हेतु लिये जा रहे सेम्पल इंदौर मेडिकल कॉलेज को निर्धारित की गई समयावधि में पहुंचाये जाये। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही एवं विलंब ना दिखाया जाये। संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने झाबुआ जिले के सीएमएचओ एवं सिविल सर्जन को कोविड जांच हेतु सेम्पल को विलंब से भेजने एवं दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने पर नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने संभाग के समस्त जिलों के सीएमएचओ को निर्देश दिये कि वे संयुक्त आयुक्त श्री राघवेन्द्र सिंह के साथ समन्वय स्थापित कर समय पर सेम्पल जांच हेतु इंदौर भेजना सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिये कि जांच के लिये भेजे जा रहे सेम्पल का मिसमेच अथवा लीकेज ना हो यह पूर्णत: सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने सैम्पलिंग टीम के पुन: प्रशिक्षण कराने के भी निर्देश दिये।
जिलों में ऑक्सीजन की हो “जीरो वेस्टेज” – संभागायुक्त डॉ. शर्मा
संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने कहा कि ऑक्सीजन की निरंतरता बनी रहे इसके लिये जरूरी है कि जिलों के अस्पतालों में जीरो ऑक्सीजन वेस्टेज/लीकेज हो। उन्होंने प्रत्येक जिले के कलेक्टर्स से सीधे संवाद करते हुये ऑक्सीजन लाइन के भौतिक सत्यापन, अनावश्यक लीकेज रोकने के लिये नियुक्त किये गये ऑक्सीजन प्रभारी एवं प्रत्येक मरीज का ऑक्सीजन ऑडिट कराने के संबंध में दिये गये निर्देशों के क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिये कि रात्रि के समय ऑक्सीजन के अनावश्यक उपयोग को रोकने के लिये ऑक्सीजन प्रभारी द्वारा नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाये। इसी के साथ जिन मरीजों की ऑक्सीजन डिमांड दस लीटर से कम है, उन्हें ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के माध्यम से ऑक्सीजन दिया जाये। संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने निर्देश दिये कि सभी कलेक्टर्स अपने-अपने जिलों के सामूहिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्रारंभिक स्वास्थ्य केन्द्रों का अवलोकन कर, वहां अनावश्यक रूप से रखे हुये ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को कोविड मरीजों के उपचार हेतु उपयोग करें।

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