टिड्डी दलों के नियंत्रण के लिए चलाया जा रहा सघन अभियान

भोपाल। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा टिड्डी दल की निगरानी एवं रोकथाम के लिए प्रदेश के सभी जिलों के सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि अनुभाग/तहसील स्तर पर कीटनाशकों, कीटनाशी छिड़काव यंत्रों और बिग्रेड की उपलब्धता सुनिश्चित करें। टिड्डी दलों की निगरानी के लिए किसानों को जागरूक किया जाये ताकि टिड्डी दल के आने एवं जिस दिशा में चलायमान है, इसकी सूचना का आदान-प्रदान हो सके। टिड्डी दल के नियंत्रण के लिए स्थानीय अधिकारियों को सचेत रहने और टिड्डी दल के आक्रमण होने पर प्रभावी नियंत्रण की हिदायतें दी गई हैं।

संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने बताया कि टिड्डी दल के रात्रि ठहराव स्थल पर प्रभावी कार्यवाही करने के लिए यथासंभव सुबह 4 बजे से कीटनाशकों की छिड़काव करने की सलाह दी गई है। गुरूवार 28 मई को सतना जिले के मैहर विकासखण्ड के ग्राम जरियारी में एक टिड्डी दल का रात्रि ठहराव था। इसके नियंत्रण के लिए 6 फायर बिग्रेड के माध्यम से 100 लीटर कीटनाशकों का छिड़काव कर लगभग 30 प्रतिशत टिड्डी दल को नष्ट किया गया।

बालाघाट जिले के वारासिवनी के ग्राम सलई टोला में रात्रि में 20 ट्रेक्टरचलित स्प्रेपंप एवं 5 फायर बिग्रेड द्वारा 200 लीटर कीटनाशकों का छिड़काव कर टिड्डी दल पर नियंत्रण की कार्यवाही की गई। निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर विकासखण्ड के ग्राम चंद्रपुरा में 3 फायर बिग्रेड के जरिए कीटनाशकों का छिड़काव कर प्रभावी कार्यवाही की गई।

रायसेन जिले के सिलवानी विकासखण्ड के ग्राम खनपुरा पारन और रामपुरा में 5 ट्रेक्टर चलित स्प्रेपंप एवं 2 फायर बिग्रेड द्वारा रात्रिकालीन कीटनाशकों का छिड़काव कराया गया।

शिवपुरी जिले के पिछौर विकासखण्ड के ग्राम भगवंतपुरा में 9 ट्रेक्टर चलित पम्प एवं 2 फायर बिग्रेड द्वारा कीटनाशकों का छिड़काव कराने से 25 प्रतिशत टिड्डी दल का नियंत्रित किया गया। इसके साथ ही केन्द्रीय टिड्डी नियंत्रण दल द्वारा पृथक से कीटनाशकों का छिड्काव किया गया। सीधी जिले के ग्राम देवरी, अम्हा, पिपरहा में भी प्रात: कालीन नियंत्रण की कार्यवाही की गई है।

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