देवास। मन में अगर कुछ करने की इच्छा हो तो सब कुछ किया जा सकता है। जिले के बागली विकासखंड के ग्राम छतरपुरा के शासकीय माध्यमिक विद्यालय में उच्च श्रेणी शिक्षक हेमेंद्र शिवहरे पदस्थ हैं जिन्होंने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ स्कूल को भी सुंदर एवं हरा-भरा बनाने का अहम काम किया है।उनके इस कार्य की प्रशंसा जिले सहित प्रदेश स्तर पर की जा रही है। शिक्षक हेमेंद्र शिवहरे ने बताया कि वे देवास जिले के बागली विकासखंड से 2 किलोमीटर दूर ग्राम छतरपुरा में पदस्थ है। उन्होंने बताया कि विगत 7 वर्षों पूर्व पदोन्नति के दौरान उन्हें पेड़ पौधों से अच्छादित इस विद्यालय में सेवा देने का अवसर प्राप्त हुआ। उन्होंने बताया कि विद्यालय में अधिकांश बच्चे,अजा/ अजजा के हैं जो कि 8 किलोमीटर की परिधि में 5 गांव से विद्याअर्जन करने हेतु यहां आते हैं।
विद्यालय में समस्याओं के हल के लिए उन्हें सहायक अध्यापक सत्यनारायण भाटी का साथ मिला जो कि भाषा एवं काष्ठ कला में निपुण थे। उन्होंने बताया कि उनके साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया ग्राम के सरपंच महोदय से संपर्क कर विद्यालय में पेवर ब्लॉक, अंडर ग्राउंड पानी की व्यवस्था, घोषबैंड आदि की व्यवस्था कराई स्थानीय संसाधनों से कठिन अवधारणाओं को हल करने हेतु गणित और विज्ञान के आकर्षक टीएलएम बनाए गए ,शिक्षकों की मदद से छात्रों द्वारा शैक्षणिक वीडियो बनाए गए जिनका सोशल मीडिया एवं न्यूज़पेपर पर प्रचार प्रसार किया गया अब ग्रामवासियों पालको /बैंकों द्वारा विद्यालयों को भरपूर मदद मिलने लगी |
विगत वर्षों में विद्यालय को वाल आफ फेम में स्वर्ण शाला का दर्जा ,जिला स्तर पर स्वच्छता पुरस्कार ,शाला सिद्धि पुरस्कार के अतिरिक्त मींस कम मेरिट, गणित ओलंपियाड में छात्रों की सफलता प्रदेश में चलने वाले जायफुल लर्निंग का मॉडल बनाने हेतु भोपाल में प्रतिनिधित्व आदि कई उपलब्धियां हासिल हुई है|
हाल ही में समाप्त हुए शैक्षणिक सत्र 2019-20 में अधिकांश छात्रों का मॉडल स्कूल हेतु चयन ,नई शिक्षण पद्धति स्टीम में विद्यालय का भोपाल में प्रतिनिधित्व ,सबसे सार्थक बदलाव कहानी का आरएसके भोपाल में जोरदार प्रदर्शन , ईटीएसटी हेतु पंचगनी महाराष्ट्र में प्रतिनिधित्व, स्कूल फंड एवं जन सहयोग के माध्यम से छात्रों द्वारा उच्च स्तरीय व्यवस्था के तहत विज्ञान आंचलिक केंद्र भोपाल भ्रमण , टी एल एम. मेला देवास में जिला शिक्षा अधिकारी श्री नरेंद्र धुर्वे की उपस्थिति में सर्वाधिक मॉडलों का प्रदर्शन के अतिरिक्त आज विद्यालय में फुटबॉल टीम किट सहित/ खेलकूद की भरपूर सामग्री , आरो का पानी, कारपेट बिछे कमरों में फर्नीचर की व्यवस्था ,छोटे बच्चों के लिए बैठने के लिए गद्दे, विज्ञान/ गणित की प्रयोगशाला, स्मार्ट टीवी, कंप्यूटर ,जीम उपलब्ध है विद्यालय के करीब 40 शैक्षणिक वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किये गये है|
निरीक्षण के दौरान डीपीसी श्री राजीव सूर्यवंशी एवं नीति आयोग के अंजलि मैडम द्वारा लिखी गई टिप्पणी ऐसे अद्भुत टी एल एम. मैंने कहीं नहीं देखें निश्चित रूप से हमारा हौसला बढ़ाती है हमें डाइट, बीआरसी महोदय , बीएसी, संकुल प्राचार्य महोदय, जनशिक्षकों का भरपूर सहयोग हमें मिलता है|
बच्चों को ऑनलाइन किया जा रहा है शिक्षित
आज इस वैश्विक महामारी कोरोना के संकटकाल में भी लगभग सभी बच्चों को खाद्यान्न वितरण किया गया है एवं व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर ऑनलाइन पढ़ाई हेतु प्रेरित किया जा रहा है सभी बच्चों एवं पालकों को इस बीमारी से संबंधित जानकारी दी गई है समस्या चाहे वह आर्थिक हो या खाद्यान्न समस्या हो इसके लिए लिए शिक्षकों ने अपने मोबाइल नंबर छात्रों /पालकों को दिए हैं।
निश्चित रूप से हम शिक्षकों, विद्यार्थी, पालको मे इस महामारी से निपटने का हौसला है शिक्षकों में छात्रों एवं विद्यालय के प्रति कुछ नया करने का जज्बा है जुनून है समर्पण भाव है , नहीं है तो सिर्फ नकारात्मकता का भाव।