भोपाल। मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा पारम्परिक संगीत की श्रृंखला ‘उत्तराधिकार’ में विगत दिनों मालवा के विभिन्न कालाकारों द्वारा किये गये ‘मटकी’ लोकनृत्य की प्रस्तुतियों का प्रसारण संग्रहालय के यूट्यूब चैनल https://www.youtube.com/channel/UCkWzijGF7QUT1EwfmkEW-iw?view_as=subscriber. पर हुआ।
मटकी मालवा का पारम्परिक नृत्य है, जो कि विभिन्न त्योहारों तथा खुशियों के मोकों पर किया जाता है, मटकी नृत्य न केवल मालवा मध्यप्रदेश वल्कि पूरे देश में एक लोकप्रिय नृत्य के रूप में स्थापित हो चुका है। मटकी नृत्य की परम्परा मालवा के जनपदीय क्षेत्रों में शताब्दियों से रही है, इस नृत्य को आड़ा, खड़ा तथा रजवाड़ी जैसे विभिन्न चरणों में किया जाता है। यह नृत्य महिलाओं द्वारा किया जाने वाला एक ऐसा सुन्दर रूपक है, जिसमे मालवा की मनोहारी संस्कृति की झलक मिलती है। बड़े ढोल की एक खास लय पर नृत्यांगनायें विभिन्न देह मुद्राओं के माध्यम से नृत्य करती हुई पुरे माहोल को एक उत्सवी आनंद में बदल देती हैं।