दमोह। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एवं वन स्टाप सेंटर (सखी) अंतर्गत सैलवाड़ा परियोजना तेन्दूखेड़ा में कार्यशाला सह जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में परियोजना अधिकारी श्रीमति माया नेक्या के साथ ही सैलवाड़ा परिक्षेत्र की लगभग 60 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं, सहायिकाएं सम्मिलित हुई। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जिला प्रभारी श्रेयस रावत ने समाज में बेटा बेटी एक समान की अवधारणा पर जोर देते हुए, समस्त उपस्थित सदस्यों को बेटियों के विकास एवं सशक्तिकरण के बारे में कई सुझाव दिए गए, साथ ही अन्य विभागीय योजनाओं की लक्ष्यपूर्ति एवं संचालन हेतु दिशा निर्देश प्रदान किए। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास से दीपेन्द्र विश्कर्मा ने दमोह में संचालित किए जा रहे वन स्टाप सेंटर (सखी) की उपयोगिताओं एवं उनके कार्यो के बारे में बताया।
दीपेन्द्र विश्वकर्मा ने बताया कि पीड़ित महिलाएं अपनी शिकायत वन स्टाप सेंटर (सखी) में दर्ज कराकर उसका निराकरण करा सकती है। महिलाओं में खून की कमी के कारण होने वाली एनीमिया रोग के बारे में बताया गया, इसके उपचार एवं इसे रोकने के लिए पोषण आहार लेने के लिए जोर दिया। उन्होंने कहा गर्भवती महिलाओं को समय पर उचित पोषक आहार मिलना अतिआवश्ष्यक है। इसके अतिरिक्त पाक्सो एक्ट के बारे में बचाव व सावधानियां बताई गई। जिले में शासन के निर्देशानुसार पुनः शौर्या दलों का गठन किया जा रहा है।