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भारत की आजादी और लोकतंत्र का जश्न

डाॅ. योगिता राठौड़

गणतंत्र दिवस भारत का एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय त्योहार है, जो प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है। इस वर्ष हम 76 वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहे हैं। यह दिन भारत के संविधान को अपनाने की याद में मनाया जाता है, जो 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। भारत का संविधान देश के नागरिकों को लोकतांत्रिक तरीके से अपनी सरकार चुनने का अधिकार देता है। यह संविधान हमारे देश को एक लोकतांत्रिक, संप्रभु और गणतंत्र देश बनाता है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर, देश भर में विभिन्न समारोह आयोजित किए जाते हैं। राष्ट्रपति ध्वजारोहण करते हैं और राष्ट्र को संबोधित करते हैं। दिल्ली में इंडिया गेट पर एक भव्य परेड का आयोजन किया जाता है, जिसमें देश की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन किया जाता है। गणतंत्र दिवस हमें अपने देश के प्रति अपने कर्तव्यों की याद दिलाता है। यह हमें अपने संविधान के मूल्यों और सिद्धांतों को याद दिलाता है, जो हमारे देश को एक लोकतांत्रिक और न्यायपूर्ण समाज बनाते हैं।

गणतंत्र दिवस भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हम एक स्वतंत्र गणराज्य के नागरिक हैं। 26 जनवरी, 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था और देश एक गणराज्य बन गया था। इस दिन को मनाने के पीछे एक गहरा ऐतिहासिक और सांस्कृतिक  महत्व छिपा हुआ है।

स्वतंत्रता का जश्नः यह दिन भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्ति मिलने का प्रतीक है।

लोकतंत्र की स्थापनाः इस दिन भारत ने एक  लोकतांत्रिक देश के रूप में अपनी पहचान बनाई।

संविधान का महत्वः संविधान ने देश को एकता और अखंडता प्रदान की।

राष्ट्रीय एकताः यह दिन सभी भारतीयों को एकजुट होने और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है।

लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावाः गणतंत्र दिवस हमें लोकतांत्रिक मूल्यों जैसे समानता, न्याय और स्वतंत्रता को महत्व देने की याद दिलाता है।

भारत में गणतंत्र दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। राजधानी दिल्ली में भव्य परेड आयोजित की जाती है जिसमें थल सेना, नौसेना और वायु सेना के जवान भाग लेते हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में सांस्कृतिक  कार्यक्रम, परेड और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। गणतंत्र दिवस हमें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक बनाता है। यह हमें अपने देश के प्रति समर्पित होने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित करता है। हमें इस दिन अपने देश के लिए कुछ करने का संकल्प लेना चाहिए।  राजधानी दिल्ली में बहुत सारे आकर्षक और मनमोहक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। दिल्ली को अच्छी तरह सजाया जाता है कत्र्तव्यपथ पर बड़ी धूम-धाम से परेड निकलती है जिसमें विभिन्न प्रदेशों और सरकारी विभागों की झांकियाँ होतीं हैं। देश के कोने कोने से लोग दिल्ली मे 26 जनवरी की परेड देखने आते हैं। भारतीय सेना अस्त्र-शस्त्रों का प्रदर्शन होता है। 26 जनवरी के दिन धूम-धाम से राष्ट्रपति की सवारी निकाली जाती है तथा बहुत से मनमोहक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। देश के हर कोने मे जगह जगह ध्वजवन्दन होता है और कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। विश्व भर में फैले हुए भारतीय मूल के लोग तथा भारत के दूतावास भी गणतंत्र दिवस को हर्षोल्लास के साथ मनातें हैं। भारत के हर कोने कोने में मनाया जाता है, और देश के प्रति एक नई उमंग देखने को मिलती है। गणतन्त्र दिवस समारोह का समापन हवाई जहाजों के द्वारा आकाश में मनोरम उड़ान कर होता है। सम्पूर्ण कार्यक्रम को टेलीविजन और रेडियो द्वारा प्रसारित किया जाता है, जिसे सार राष्ट्र देखता है। न केवल राजधानी में, बल्कि पूरे देश की राजधानियों में भी इसी प्रकार के आयोजन होते हैं। रात्रि में सरकारी भवनों पर प्रकाश व्यवस्था की जाती है। यह पर्व प्रति वर्ष हमें सजग रहने को प्रेरित करता है। इस वर्ष गणतंत्र दिवस के समारोह के मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो होंगे। गणतंत्र दिवस हमारे लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। हमें इस दिन अपने देश के लिए कुछ करने का संकल्प लेना चाहिए। हमें अपने देश को एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।

(लेखक के ये अपने विचार हैं।)

प्राचार्य

माँ नर्मदा काॅलेज

आफ एजुकेशन धामनोद

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