भारतीय उच्चायोग कोलंबो और हिंदी संस्थान के सहयोग से भारत के विश्वरंग फाउंडेशन का यह प्रतिष्ठा समारोह 29 और 30 सितंबर को स्वामी विवेकानंद केंद्र के सभागार में संपन्न होगा।
भोपाल l प्रसिद्ध कला समीक्षक, उदघोषक और लेखक विनय उपाध्याय श्रीलंका में आयोजित होने जा रहे सातवें विश्वरंग अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव का सांस्कृतिक प्रतिनिधित्व करेंगे। भारतीय उच्चायोग कोलंबो और हिंदी संस्थान के सहयोग से भारत के विश्वरंग फाउंडेशन का यह प्रतिष्ठा समारोह 29 और 30 सितंबर को स्वामी विवेकानंद केंद्र के सभागार में संपन्न होगा। इस भव्य महोत्सव के शुभारम्भ समारोह के संचालन के साथ ही विनय उपाध्याय श्रीलंका के छात्र-छात्राओं को हिंदी संवाद कौशल का प्रशिक्षण भी देंगे। दो दिनों के विचार सत्रों में दक्षिण एशियाई देशों के अलावा भारत के विशेष आमंत्रित साहित्यकार, संस्कृतिकर्मी, कला चिंतक, शिक्षाविद, हिंदी प्रचारक, शोधार्थी और राजनयिक विभिन्न सामयिक विषयों पर विमर्श करेंगे. पिछले वर्ष विनय मॉरिशस का सांस्कृतिक प्रवास भी कर चुके हैं.
हाल ही भोपाल में आयोजित गरिमामय समारोह में विनय उपाध्याय को उनकी बहुचर्चित पुस्तक “सफह पर आवाज़” के लिए मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग की साहित्य अकादमी के प्रतिष्ठित बालकृष्ण शर्मा नवीन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार विनयजी जी को उनकी बहुचर्चित पुस्तक “सफ़ह पर आवाज” के लिये दिया गया। राष्ट्रीय – अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उदघोषक,वक्ता और लेखक के रूप में अपनी अनूठी पहचान बनाने वाले विनय उपाध्याय द्वारा लिखित और संपादित दो दर्जन से अधिक पुस्तकें और ग्रंथ प्रकाशित और अधिकांश पुरस्कृत हो चुके हैं । उनकी पुस्तक “कला की छॉव ” को गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने देश के पुस्तकालयों के लिये नामित किया है। श्विनय सांस्कृतिक पत्रिका ‘ रंग संवाद ‘ के संपादक , टैगोर विश्व कला और संस्कृति केन्द्र के निदेशक तथा विश्वरंग अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव के संस्थापक सांस्कृतिक समन्वयक हैं। राष्ट्रीय और प्रादेशिक पुरस्कारों के ज्यूरी सदस्य तथा अनेक महोत्सवों के परिकल्पक- संयोजक हैं। मीडिया के क्षेत्र में मोटिवेशनल स्पीकर बतौर युवा पीढ़ी का मार्गदर्शन भी कर रहे हैं।
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