यतीन्द्र अत्रे रंगमंच में पर्दा उठने से पहले मंच के पीछे एक साफ-सुथरे स्थान पर रंग कर्मियों द्वारा सरस्वती माई की पूजा अर्चना की
सम्पादकीय
ज्ञान का आधार हैं पुस्तकें
-श्रीराम माहेश्वरी यह सच है कि पुस्तकें मनुष्य की सच्ची मित्र हैं। बचपन से बुढ़ापे तक पुस्तकें मनुष्य का साथ देती हैं। पुस्तकों से
अपराजेय शक्ति है सत्य
हम यह जानते हैं कि सत्य शास्वत है। सत्य एक प्रातिभ दर्शन है। यह किसी पर आश्रित नहीं, इसकी एक स्वतंत्र सत्ता है। सत्य
पहले देशहित का सोचें
इतिहास साक्षी है कि जब-जब मनुष्य में लोभ और अहंकार बढ़ा है, उसका विवेक और निर्णय क्षमता पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। म.प्र.
सवाल 35-ए से स्वतंत्रता का
यतीन्द्र अत्रे जम्मू कश्मीर में अतिरिक्त सैनिकों की बढ़ती तैनाती को लेकर अनेक संभावनाएं तलाशी जा रही है। राज्य में होने वाले चुनाव इसका
पौधरोपण से वृक्षारोपण तक
भारतीय संस्कृति में पर्यावरण को सदैव सर्वोपरि रखा गया है। यही कारण है कि ईश्वर को वृक्षों के साथ जोड़ा गया है। ऐसा माना