नरसिंहपुर । कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में सर्वाधिक बुजुर्ग और कमजोर इम्यूनिटी के लोग आ रहे हैं। ऐसे में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में आयुर्वेदिक दवाये काफी कारगर हैं। कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना के निर्देशन में टीम द्वारा चरणबद्ध तरीके से यह काम कर रही है। अब तक तीन चरण का काम पूर्ण कर चौथे चरण में क्वॉरेंटाइन किए लोगों को इम्यूनिटी बढ़ाने और सकारात्मक सोच के साथ इस जंग को कैसे जीते इस पर काम किया जा रहा है। किसी व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव है अथवा संदिग्ध है और क्वारंटाइन किया गया है दोनों ही स्थितियों में त्रिकटु तुलसी और गिलोय से बना डेकोक्शन(काड़ा) लेना, अणु तेल का नेजल एप्लिकेशन आंतरिक क्षमता में इजाफा करता है। एक- एक घंटा सुबह शाम प्राणायाम करना विशेष हितकर रहता है। रेस्पिरेटरी हेल्थ मज़बूत होती है। साथ ही क्वॉरेंटाइन का यह समय पाजिटिविटी से बीत जाएगा। ज्यादातर लोग इस तरह स्वस्थ व सुरक्षित रहे तो बहुत कम संख्या में संदिग्ध या क्वॉरेंटाइन व्यक्तियों को ही चिकित्सीय उपचार देना होगा। एक ही उपचार से कुछ लोग बहुत जल्दी रिकवरी कर लेते हैं और कुछ को महीनों लग जाते हैं, ये सब इम्युनिटी पर निर्भर है।
वायरस शरीर में आकर स्टेप बॉय स्टेप आगे बढ़ता है और यह बढ़ता जाता है। शरीर की स्वस्थ सेल्स को खत्म करने लगता है। हमारा इम्यून सिस्टम इस से लड़ता है चूंकि नया वायरस है इसकी कोई एंटीबॉडी नही है, तो नई एंटीबॉडी बनानी होती है और ये प्रोसेस लंबी चलती है जो कि बुजुर्ग और किसी अन्य बीमारी से ग्रसित व्यक्ति नही झेल पाते, तुलना में अन्य लोग रिकवरी कर लेते हैं। इस दौरान ज्यादा से ज्यादा आराम करें। योग प्राणायाम करें और इम्युनिटी बूस्टिंग काड़ा नियमित ले।