समय रहते तय करें – पहले मतदान फिर दूजा काम…

यतीन्द्र अत्रे
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में लगातार गिरते मतदान प्रतिशत ने चिंता की लकीरें खड़ी कर दी है। आंकड़ों की बात करें तो वर्ष 2019 में अकेले मध्य प्रदेश में जिन सीटों पर 67% मतदान हुआ था वह क्षेत्र इस बार 58% के आसपास सिमट कर रह गए हैं। कारणों पर हम जाएं इसके पूर्व यह चर्चा जरूरी हो जाती है कि, स्वतंत्रता के 76 वर्ष उपरांत भी मतदान के प्रति जागरूकता की क्या आज के मतदाता को आवश्यकता है ? क्या यह कहना उचित होगा कि इन 76 वर्षों में साक्षरता का प्रतिशत तो बढ़ा हुआ दिखाई देता है, पर क्या संविधान के प्रति हमारी जिम्मेदारी की समझ विकसित हुई है ? हमें क्यों किसी और के द्वारा समझाया जाता है कि आपको राष्ट्र निर्माण के लिए वोट देने जाना है। मतदान के प्रति ऐसी बेरुखी की क्या विडंबना हो सकती है..? हालांकि अभी देश में दो चरणों का ही मतदान संपन्न हुआ है अभी किसी नतीजे पर पहुंचना न्याय संगत नहीं होगा। चुनाव आयोग के प्रयासों के साथ सामाजिक संस्थाएं, निजी कंपनियां निरंतर मतदाताओं को जागरुक कर रही है। अब इसे हटकर यदि हम बात करे कि देश में एक बहुत बड़ा वर्ग मध्यम वर्गीय परिवार का प्रतिनिधित्व करता है,जो डीजल,पेट्रोल एवं रसोई गैस की बढ़ती कीमतों से सरकार का आकलन करने की मंशा रखता है। लेकिन सिर्फ यह बड़ा कारण नहीं माना जा सकता है। पिछले कुछ वर्षों से हमने बढ़ती महंगाई को भी स्वीकार किया है वरन डिजिटल भारत के साथ देश को विश्व में तीसरी इकोनामी बनने का सपना भी देखा है। क्या मतदान केंद्र से बनाई जा रही हमारी दूरी के चलते यह सपना पूरा होगा ? चुनावी पंडितों, लेखको एवं विशेषज्ञों का कहना है कि लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आने के पूर्व ही लोगों ने अपने मन में यह धारणा बना ली है की जीत पूर्ववर्ती सरकार की ही होगी, बस जीत के प्रतिशत को लेकर चर्चाएं आम है। क्या ऐसा मत देने वाले लोगों का विपक्षी दलों पर से भरोसा उठ गया है। इससे हटकर यदि भारतीय जनता पार्टी की कार्य प्रणाली की बात करें तो जनता का अपना दृष्टिकोण अलग-अलग हो सकता है, पर प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता पिछले 10 वर्षों से निरंतर बनी हुई है। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी अपनी जीत के प्रति आश्वस्त है। बहरहाल परिणाम क्या होंगे यह कहना थोड़ा मुश्किल होगा, लेकिन परिणाम सकारात्मक होंगे या नकारात्मक, दोनों के लिए जिम्मेदार भी हम ही होंगे । यह तय करने का अधिकार हमारे पास आज सुरक्षित है कि, विकास की ओर अग्रसर हम एक स्थाई सरकार को चुने, यह तय करें कि मतदान के दिन – पहले मतदान फिर दूजा काम।

मो.: 9425004536

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