भारत और चीन के बीच लद्दाख सीमा पर तनाव अभी थमा भी नहीं है कि पाक अधिकृत कश्मीर यानी PoK में चीनी सैन्य अधिकारियों की मौजूदगी का पता चला है। खबर है कि जब पूर्वी लद्दाख में चीन की साजिश नाकाम हो गई तो उसने पाकिस्तान की आतंक की फैक्टरी में अपनी ताकत लगाने का फैसला कर लिया। चीनी सैन्य के बडे़ अफसर PoK में देखे गए हैं। उन्होंने आतंकी लॉन्च पैड का दौरा किया। यही नहीं, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारियों के साथ बैठक भी की। इस दौरान लश्कर, हिजबुल और जैश के प्रमुख कमांडर भी मौजूद रहे। कहा जा रहा है कि चीन ने आतंकी संगठनों को पैसा और हथियार मुहैया कराने का फैसला किया है। चीन की इन हरकतों से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ेगा।
जानिए चीन की पूरी चालाकी
यूं तो चीन बीते करीब एक दशक से पीओके में है। उसने सड़क, बांध और पनबिजली परियोजनाओं के निर्माण के बहाने वहां प्रवेश किया था, लेकिन अब बात आगे बढ़ गई है। कोरोना वायरस फैलने के बाद दुनियाभर में भी चीन की बदनामी और भारत की मजबूत स्थिति से पड़ोसी देश बौखला गया है। यही कारण है कि अब आतंकियों के ट्रेनिंग कैंपों में चीनी सैन्याधिकारियों की आवाजाही देखी जा रही है। साफ है जम्मू कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को हवा देने तथा अफरा-तफरी फैलाने में अब चीन खुलकर पाकिस्तान का साथ दे रहा है।
pradeshkidhadkan.com