भोपाल। मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय में रंग प्रयोगों के प्रदर्शन पर केंद्रित साप्ताहिक श्रृंखला ‘अभिनयन’ में अतुल भुयाँ(असम) के निर्देशन में अंकिया शैली में लोकनाट्य ‘धृतराष्ट्र दिग्विजय’ का प्रसारण संग्रहालय के यूट्यूब चैनल- http://bit.ly/culturempYT पर हुआ।
अंकिया असम की प्राचीन पारंपरिक लोकनाट्य शैली है, कहानी के केंद्र में धृतराष्ट्र हैं, जो पूरी तन्मयता के साथ भगवान विष्णु की उपासना में लीन हैं। धृतराष्ट्र की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान जब उनसे वर माँगने के लिए कहते हैं तो धृतराष्ट्र चार माह के लिए अपनी आँखों की दृस्टि विष्णु भगवान से माँगते हैं। चार माह के लिए अपनी दृष्टि पा लेने के बाद धृतराष्ट्र विश्व विजय करने निकलते हैं। धृतराष्ट्र द्वारा विश्व विजय के दौरान उनका साथ विदुर देते हैं। इस दौरान धृतराष्ट्र कई बड़े-बड़े राज्यों को जीतते हैं और कई राक्षसों का वध अपनी सूझ-बूझ से करते हैं।
अतुल भुयाँ कई वर्षों से रंग कर्म के क्षेत्र से जुड़े हैं। अतुल भुयाँ ने कई प्रस्तुतियों का निर्देशन करने के साथ ही साथ अभिनय भी किया है।