विदिशा । विदिशा जिले में क्रियान्वित सार्वजनिक वितरण प्रणाली की बारिकियों का आज त्रिपुरा के खाद्य संचालक श्री निर्मल अधिकारी ने भ्रमण सहअवलोकन और हितग्राहियों से संवाद कर जाना है।
गौरतलब हो कि निर्वाचन आयोग द्वारा शमशाबाद विधानसभा क्षेत्र के लिए नियुक्त सामान्य प्रेक्षक श्री निर्मल अधिकारी ने निर्वाचन परिणामों की घोषणा उपरांत दुसरे दिन त्रिपुरा राज्य जाने से पहले विदिशा जिले में पीडीएस वितरण प्रणाली का अंतरीय अध्ययन उपरांत त्रिपुरा में भी लागू कर उक्त व्यवस्था को और अधिक कारगर बनाने की पहल के उद्देश्य से भ्रमण किया गया है।
जिला आपूर्ति अधिकारी श्रीमती रश्मि साहू ने बताया कि विदिशा जिले में सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंर्तगत संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकानों का भ्रमण कर मध्यप्रदेश में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की संचालन व्यवस्था के विषय में जानकारी प्राप्त की गईं।
त्रिपुरा के खाघ संचालक श्री अधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्र की शासकीय उचित मूल्य दुकान कुआखेड़ी, डाबर तथा नगरीय क्षेत्र में प्रियदर्शिनी प्राथमिक उपभोक्ता भंडार द्वारा संचालित उचित मूल्य दुकान का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान श्री निर्मल अधिकारी ने उचित मूल्य दुकानों में भंडारित खाद्यान्न (गेंहू, फोर्टीफाइड चावल, शक्कर, फोर्टीफाइड नमक) की गुणवत्ता का परीक्षण किया। साथ ही खाद्यान्न उठाव, प्रदाय एवं वितरण की प्रक्रिया की सूक्ष्मता से समीक्षा की गई।
त्रिपुरा के खाघ संचालक श्री अधिकारी ने उचित मूल्य दुकानों में उपस्थित हितग्राहियों से चर्चा की एवं संचालित व्यवस्था के संबंध में प्रतिपुष्टि की गई।
जिला आपूर्ति अधिकारी श्रीमती रश्मि साहू ने प्रदेश में संचालित मुख्यमंत्री युवा अन्नदूत योजना की भी जानकारी देते हुए अवगत कराया कि विदिशा जिले में कुल 17 सेक्टर में राशन परिवहन हेतु युवाओं को ऋण पर वाहन उपलब्ध कराए गए हैं।
जिला आपूर्ति अधिकारी ने प्रदेश में संचालित कुल उचित मूल्य दुकानें, संलग्न परिवार, परिवार श्रेणियां, वितरण किए जा रहे खाद्यान्न की मात्रा, बायोमेट्रिक वितरण, मॉनिटरिग, निरीक्षण व्यवस्था इत्यादि के विषय में विस्तार से जानकारी से अवगत कराया।
त्रिपुरा के खाघ संचालक श्री अधिकारी ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंर्तगत राशन दुकानों की संचालन व्यवस्था की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए त्रिपुरा राज्य में पीडीएस वितरण प्रणाली को और अधिक जनहितैषी बनाए जाने हेतु यहां के उपायों का भी उपयोग कर त्रिपुरा राज्य में भी प्रभावी बनाया जाएगा जिससे संबंधितों को समय पर अनाज मिल सकेगा।
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