सीहोर। इन दिनों सीहोर जिले के 5 गांवों के किसानों के चेहरे खुशी से जगमगा आ रहे हैं। ऐसा हो भी क्यों न आखिर उनकी मेहनत को पंख जो लगने वाले हैं। दरअसल उस क्षेत्र में भू-जल स्तर कम होने से खेती किसानी के लिए पानी की समस्या अब दूर हो गई है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के कर कमलों से कोलार परियोजना के अंतर्गत रतनपुर उद्वहन सिंचाई परियोजना का शुभारंभ हो रहा है। इससे न केवल किसानों के खेतों में पर्याप्त मात्रा में पानी पहुंचेगा, बल्कि फसल का उत्पादन भी ज्यादा हो सकेगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा वर्ष 2018 में इसकी नींव रखी गई थी और अब यह मूर्तरूप ले रही है।
उद्वहन से किसानों का उद्धार कैसे होगा इसके बारे में जानकारी दी गई कि योजना के तहत कुल 286 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी। इससे 600 से अधिक किसान लाभान्वित होंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के “पर ड्रॉप मोर ड्रॉप” संकल्प के तहत सिंचाई स्प्रिंकलर तकनीक से होगी। कोलार परियोजना आधुनिक इंजीनियरिंग का नायाब नमूना है। इसके तहत मुख्य नहर के पास पंप हाउस का निर्माण किया गया है। रतनपुर उद्वहन सिंचाई योजना के माध्यम से कुल 90 किलोमीटर के पाइप नेटवर्क को विकसित किया गया है। इस तरह पाइप नेटवर्क विकसित होने से सीधे खेतों तक पानी पहुंचा। इससे उत्पादन बढ़ेगा और आय के मामले में आत्मनिर्भरता पड़ेगी। इससे आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश और आत्मनिर्भर भारत के अभियान को बल मिलेगा।