डॉ. योगिता सिंह राठौड़
राष्ट्रीय युवा दिवस प्रतिवर्ष 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जो भारतीय युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं।यह दिन युवाओं को प्रेरित करने, उनके अधिकारों, कर्तव्यों और समाज में उनकी भूमिका को समझाने के लिए समर्पित है। स्वामी विवेकानंद एक महान व्यक्तित्व थे जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन समाज के लिए समर्पित किया था। उनका मुख्य उद्देश्य युवाओं को शिक्षित करना और उन्हें देश के प्रति जिम्मेदार बनाना था। उन्होंने युवाओं से खुद को शिक्षित करने और अपने जीवन में सेवा के महत्व पर जोर दिया।
क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय युवा दिवस?
स्वामी विवेकानंद ने युवाओं को देश सेवा और समाज कल्याण के लिए प्रेरित किया। उन्होंने युवाओं में आत्मविश्वास और राष्ट्रीय एकता की भावना जगाई। राष्ट्रीय युवा दिवस इसी भावना को जीवंत रखने के लिए मनाया जाता है। राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर, देश भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें भाषण प्रतियोगिता, निबंध लेखन, और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल हैं। यह दिवस युवाओं को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक दिशा प्रदान करता है और उन्हें देश के प्रति जिम्मेदार बनाने के लिए प्रेरित करता है।
युवा क्यों हैं महत्वपूर्ण?
नवाचार और रचनात्मकता: युवाओं में नई चीजें सीखने और करने की तीव्र इच्छा होती है। वे नए विचारों के साथ प्रयोग करते हैं और नवीन समाधान ढूंढते हैं।
ऊर्जा और उत्साह: युवाओं में अपार ऊर्जा और उत्साह होता है। वे कठिन परिस्थितियों में भी डटे रहते हैं और लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।
तकनीकी ज्ञान: आज का युग तकनीक का युग है और युवा इस तकनीक को आसानी से समझते हैं और उसका उपयोग करते हैं।
सामाजिक परिवर्तन: युवा समाज में बदलाव के लिए प्रेरित होते हैं। वे सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाते हैं और समाधान ढूंढने का प्रयास करते हैं।
राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका
शिक्षा और कौशल विकास: युवाओं को शिक्षित करके और उन्हें आवश्यक कौशल प्रदान करके उन्हें राष्ट्र के विकास में योगदान देने के लिए सशक्त बनाया जा सकता है।
उद्यमिता: युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रोत्साहित करके रोजगार के अवसर पैदा किए जा सकते हैं और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया जा सकता है।
समाज सेवा: युवाओं को सामाजिक सेवाओं में शामिल करके समाज के कमजोर वर्गों की मदद की जा सकती है।
राजनीति: युवाओं को राजनीति में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करके देश के विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जा सकती है।
संस्कृति और विरासत: युवाओं को अपनी संस्कृति और विरासत के प्रति जागरूक बनाकर राष्ट्रीय एकता को मजबूत किया जा सकता है।
युवा दिवस का मुख्य उद्देश्य स्वामी विवेकानंद के आदर्शों का प्रसार करना है और युवाओं को उनके विचारों से प्रेरित करना है। यह दिवस हमें युवाओं की शक्ति और उनके देश के प्रति योगदान की याद दिलाता है। युवा किसी भी देश की सबसे बड़ी संपत्ति होते हैं। उनकी ऊर्जा, नवीन विचार और उत्साह राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत जैसे युवा देश में, युवाओं की संख्या अधिक होने के कारण उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
प्राचार्य
माँ नर्मदा कॉलेज ऑफ एजुकेशन धामनोद
Leave a Reply