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स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी में “सस्टेनेबल कॉमर्स” विषय पर प्रतियोगिता का आयोजन

भोपाल। स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ बैंकिंग, फाइनेंस एंड कॉमर्स द्वारा “सस्टेनेबल कॉमर्स : ईएसजी, सीएसआर और वाटर स्ट्यूअरडशिप के माध्यम से पर्यावरणीय को सशक्त बनाना” विषय पर एक इंटर डिपार्टमेंट प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया गया।

यह आयोजन कॉमर्स विभाग में किया गया, जिसमें स्नातक पाठ्यक्रम के प्रथम, तृतीय और पंचम सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। विद्यार्थियों ने पोस्टर मेकिंग, वर्किंग मॉडल्स और डॉक्यूमेंट्री मेकिंग जैसी प्रतियोगिताओं के माध्यम से अपनी प्रतिभा और विषय पर गहन समझ का प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता ने विद्यार्थियों को सस्टेनेबल प्रथाओं की गहराई से समझ विकसित करने और अपने विचारों को नवाचारपूर्ण तरीकों से प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान किया।

कार्यक्रम का मूल्यांकन विशेषज्ञ निर्णायक मंडल द्वारा किया गया, जिसमें एच.ओ.एस., बी.एड. विभाग डॉ.नीलम सिंह, डॉ. संजू शर्मा तथा एच.ओ.एस., स्कूल ऑफ साइंस डॉ. सत्येन्द्र खरे शामिल रहे। निर्णायकों ने प्रतिभागियों की प्रस्तुतियों का अवलोकन किया, उन्हें मूल्यवान सुझाव दिए और सतत विकास के आधुनिक दृष्टिकोणों पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों को विजेता ट्रॉफी और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। निर्णायकों ने विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में नवाचारपूर्ण सोच और व्यावहारिक कौशल विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया।

इस आयोजन का सफल संचालन स्कूल ऑफ बैंकिंग, फाइनेंस एंड कॉमर्स की हेड डॉ. नीता वयदांडे द्वारा किया गया।

स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि सस्टेनेबल कॉमर्स आज के दौर की सबसे बड़ी आवश्यकता है। जब युवा पीढ़ी पर्यावरणीय उत्तरदायित्व को अपनाती है, तो समाज और राष्ट्र का भविष्य अधिक समृद्ध होता है। विश्वविद्यालय का उद्देश्य केवल अकादमिक ज्ञान प्रदान करना नहीं, बल्कि विद्यार्थियों में सामाजिक उत्तरदायित्व और नवाचार की भावना को भी विकसित करना है।

एसजीएसयू के कुलपति डॉ. विजय सिंह और कुलसचिव डॉ. सितेश कुमार सिन्हा ने रूप कहा कि युवा पीढ़ी को न केवल अकादमिक रूप से, बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना के साथ आगे बढ़ना चाहिए। इस प्रकार के कार्यक्रम विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता और सामूहिक सोच को प्रोत्साहित करते हैं।

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