मोदी है तो मुमकिन है (विज़न 2029:)

– यतीन्द्र अत्रे


मध्य प्रदेश में बदलते मौसम के साथ इन दिनों राजनीतिक तेवर भी बदलते नज़र आ रहे हैं। लोकसभा चुनाव के लिए तिथियों की घोषणा कभी भी हो सकती है, इसे ध्यान में रखते हुए लोकार्पण एवं अधूरे विकास कार्यों के पूर्ण होने में तेजी दिखाई दे रही है। वहीं उम्मीदवारों की सूची यदि महत्वपूर्ण फेर बदल संभव नहीं होगा तो तय मानी जा रही है। कांग्रेस दक्षिण भारत में अपना भरोसा खोती जा रही है तो भारतीय जनता पार्टी उत्तर पश्चिम में अपनी पैठ बना रही है। हालांकि “मोदी है तो मुमकिन है” की तर्ज पर प्रधानमंत्री अभी भी दक्षिण पर फोकस करते हुए चुनावी गणित बदलने के प्रयास कर रहे हैं। समाचारों के अनुसार पिछले दिनों प्रधानमंत्री का यात्राओं के माध्यम से किया प्रयास रंग लाते भी दिखाई दे रहा है, फलस्वरूप धीरे-धीरे दक्षिण में विशेष कर तमिलनाडु में राजनीतिक और पीढ़ीगत बदलाव दिखाई देने लगे हैं। इधर कांग्रेस नेता राहुल गांधी रोजगार गारंटी के वादे के माध्यम से युवाओं को आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं। राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा में उन्होंने युवाओं से रोजगार गारंटी देने की बात भी कही है। वहीं मध्य प्रदेश के दौरे पर हुए जातिगत जनगणना के द्वारा वे आदिवासियों पर फोकस करते नज़र आए। लेकिन इन्हीं दिनों हुए एक घटनाक्रम में कांग्रेस की उम्मीदें मध्य प्रदेश में फिर बिखरती नज़र आई, जब कांग्रेस के ही कद्यावर नेता और गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचैरी अपने साथियों सहित भाजपा में सम्मिलित हुए। क्रम यही नहीं थमता नज़र आ रहा है। कहां जा रहा है कि जल्दी ही पार्टी की विचारधाराओं से असहमत कुछ और नेता भाजपा का दामन थाम सकते हैं। परिवर्तन संसार का नियम है, विचारधारा बदलती है तब दृष्टिकोण भी बदलता है। जब दृष्टिकोण बदलता है तब चुनौतियों का सामना करना भी स्वाभाविक होता है। यानी की दल बदल को अब सिर्फ भेड़ चाल नहीं कहा जा सकता है, विशेषज्ञों की माने तो बीजेपी 2029 की रणनीति पर काम कर रही है। निकट आने वाले चुनाव में तो बड़े नेता 400 सीटों के आंकड़े पर आश्वस्त हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के दरभंगा में दिए एक बयान पर गौर किया जाए तो उसमें 2029 का विज़न साफ नज़र आता है। उन्होंने जनता से मोदी जी को तीसरी नहीं वरन् चौथी बार प्रधानमंत्री चुनने के लिए आग्रह किया है। वहीं अमित शाह भी यह कहते नज़र आ रहे हैं कि विपक्ष को 2034 के बाद की तैयारी करनी चाहिए। मोदी जी की यात्राएं, शिलान्यास भी इसी और संकेत दे रहे हैं।

मो.: 9425004536

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