देवास । कृषि विज्ञान केन्द्र देवास द्वारा गांधी जयंती पर वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ ए के बड़ाया के मार्गदर्शन में ग्राम सिरोलिया में स्वच्छता ही सेवा अभियान अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा सफ़ाई कर्मियों को सम्मानित भी किया गया।
केन्द्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. अरविंदर कौर ने कृषकों एवं कृषक महिलाओं को बताया कि यह भारत सरकार द्वारा की गई अनोखी पहल है जिसके अंतर्गत भारत देश को एक साफ एव स्वच्छ देश बनाने का निर्णय लिया गया है।उन्होंने बताया कि स्वच्छता का सीधा संबंध हमारे शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। तभी कहा जाता है कि एक स्वच्छ शरीर में ही एक स्वस्थ दिमाग का निवास होता है। कृषक अपने घर से लेकर अपने फसल अवशेषों का प्रबंधन सही प्रकार से करें तो हम स्वच्छता के साथ-साथ कृषि में भी जैविक प्रबंधन कर कृषि को प्राकृतिक खेती से जोड़ सकते हैं।
केन्द्र की प्रसार वैज्ञानिक डॉ नीरजा पटेल ने बताया कि किस तरह जल का प्रबंधन कर जल को दूषित होने से बचा सकते हैं व जल स्त्रोत में जलस्तर बढ़ा सकते हैं।उन्होंने कहा कि कृषक अपनी कृषि में रसायानों का कम उपयोग कर अपने दैनिक जीवन में जहरीले कृषि रसायनों से होने वाले दुष्प्रभावों से बच सकते है।साथ ही उन्होंने कृषकों को स्वच्छता हेतु शपथ दिलाई व इस अवसर पर कृषकों को अपने आस-पास व अपने गांव में स्वच्छता अभियान चलाने पर जोर दिया। आरएके कृषि महाविद्यालय सीहोर की छात्राओं, कृषकों ने भागीदारी की।
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