ट्रम्प की जीत से क्या होंगे बदलाव

यतीन्द्र अत्रे

प्रकाशित, प्रसारित सुर्खियों में आ रहे समाचारों की बात करें तो इस समय पूरी दुनिया की नज़र डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका में राष्ट्रपति चुने जाने के बाद की स्थिति पर है। यहां यह कहना गलत नहीं होगा कि ट्रंप की जीत ने दुनिया में एक नए राजनीतिक दौर की शुरुआत कर दी है। अमेरिका के इतिहास में 131 वर्षों के बाद कोई राष्ट्रपति एक बार चुनाव हारने के बाद दूसरी बार चुना गया है, इससे अमेरिका में  खुशी की लहर है।  जहां अमेरिका में ट्रंप समर्थकों ने अपना सुपर पावर चुना है वही इस खबर ने दूसरे देशों के लिए चिंता की लकीरें खड़ी कर दी है, क्योंकि ट्रंप न्याय से शिक्षा तक सब कुछ बदल देने की बात कर रहे हैं। उन्होंने यूक्रेन-रूस युद्ध एक दिन में रुकवाने की बात कही है। उनका मानना है कि अमेरिका यूक्रेन को अभी तक 10 अरब डालर दे चुका है यह राशि अमेरिका में ही उपयोग में लाई जा सकती थी। दुनिया के लोग इसे सच माने या न माने लेकिन फ्लोरिडा में ट्रंप ने अपनी विक्ट्री स्पीच में अमेरिका के स्वर्णिम युग की वापसी का आवाहन कर दिया है। एक  महाशक्ति के नेतृत्व द्वारा जब यह बात कही जाती है तब दुश्मन देश के खेमो में चिंता की लकीरें खींचना स्वभाविक हो जाता है। ट्रंप के नेतृत्व में भावी नीतियां क्या होंगी, कौन सी प्रभावी होंगी, यह अभी सिर्फ अनुमान लगाया जा सकता है। किंतु भविष्य में लागू होने वाली इन नीतियों का प्रभाव साफ तौर पर अभी से दिखाई दे रहा है। खबर है कि युद्ध विराम को लेकर रूस भी चर्चा के लिए सहमत है, अपने पिछले कार्यकाल में  ट्रंप  पूर्व में ही चीन की हुआवे जैसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा चुके हैं। उल्लेखनीय है कि उनके पिछले इस निर्णय से भारत को लाभ मिला था। यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि ट्रंप की जीत से भारत के लिए अवसर उजले होंगे।  विशेषज्ञा भारत की बड़ी कंपनियों में अमेरिका द्वारा निवेश बढ़ाने की बात कर रहे हैं। सबसे बड़ी बात भारत में  लंबित टेस्ला कंपनी के निवेश का मामला सुलझाने का अनुमान लगाया जा रहा है। रूस के प्रति भी ट्रंप का नरम रुख भी भारत के लिए लाभप्रद हो सकता है। एक और बड़ी खबर यह आ रही है कि भारतीयों के लिए 50 हजार नए जाब मिलने की संभावना जताई जा रही है।  भारतीय स्नातक छात्रों का को ग्रीन कार्ड देने का वादा पहले ही किया जा चुका हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह होगी कि आतंकवाद की समस्या से जूझते भारत को इस अभियान में अमेरिका का सहयोग मिलने मिलना तय है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन पर ट्रंप को शानदार जीत की बधाई दी है। जिसमें प्रौद्योगिकी,रक्षा,ऊर्जा, अंतरिक्ष के साथ अन्य क्षेत्रों में मिलकर काम करने की उम्मीद जताई है। इसका असर भारत के शेयर बाजारों में भी दिखाई दे रहा है।

मो. 9425004536

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