इन्दौर : राज्य आनंद संस्थान, आनंद विभाग इंदौर द्वारा सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान, इंदौर में बाल विकास परियोजना अधिकारियों (CDPO) के लिए एक दिवसीय अल्पविराम कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण में मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और छत्तीसगढ़ राज्यों से आए अधिकारियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का आयोजन सहायक निदेशक द्वय श्री पीयूष खरे एवं श्री भूपेंद्र दांडी के कुशल समन्वय से सम्पन्न हुआ। प्रारंभ में श्री प्रकाश उज्जवल स्वामी जी ने योग और हास्य गतिविधियों के माध्यम से ऊर्जा और सकारात्मकता का माहौल बनाया।
जिला समन्वयक श्री विजय मेवाड़ा ने राज्य आनंद संस्थान का परिचय देते हुए बताया कि भौतिक सुविधाएं और समृद्धि ही आनंद का कारण नहीं होतीं। इसके लिए सकारात्मक दृष्टिकोण और जीवन की गहराई को समझना आवश्यक है। उन्होंने प्रतिभागियों को कार्यकुशलता और पारिवारिक-सामाजिक जीवन में आत्मसमीक्षा के महत्व से अवगत कराया।
डॉ. दिनेश चौधरी ने आनंद क्या है और इसे जीवन में कैसे लाएं, इस विषय पर मार्गदर्शन दिया। मास्टर ट्रेनर श्री राजेश सिसोदिया एवं श्रीमती यश प्रेरणा पाराशर ने प्रतिभागियों से लाइफ बैलेंस शीट तैयार कराकर उनके जीवन की उपलब्धियों और चुनौतियों का अवलोकन कराया।
कार्यक्रम में मानसिक तनाव और अनावश्यक चिंताओं को दूर करने के उपायों पर भी चर्चा की गई। प्रतिभागियों ने आत्मावलोकन कर अपनी खूबियों और कमियों को पहचाना और जीवन में सुधार की दिशा में कदम बढ़ाने की प्रेरणा ली।
प्रतिभागियों ने कार्यक्रम को अत्यंत उपयोगी बताया। महाराष्ट्र के अनिल कुमार पटेल ने कहा कि यह पहल कार्यक्षमता के साथ जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने में सहायक है। गुजरात की राधा बहन भरवाड़ ने कहा कि कार्य के तनाव पर नहीं , बल्कि कार्य के तरीकों पर ध्यान देने से कार्यकुशलता बढ़ती है। छत्तीसगढ़ के बालेंद्र देवांगन ने कहा कि हर परिस्थिति में खुश रहने का जज्बा इस कार्यक्रम से मिला।
कार्यक्रम का समापन एक सुंदर गीत और हास्य-आनंद से भरे वातावरण में हुआ। प्रतिभागियों ने आत्मसमीक्षा, सकारात्मक दृष्टिकोण और आनंदपूर्ण जीवन के लिए प्रेरणा लेकर सत्र का समापन हुआ।
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