भोपाल। संस्कृति संचालनालय द्वारा आयोजित गमक श्रृंखला के अंतर्गत रवींद्र भवन में शनिवार को लाला हरदौल नाटक का मंचन हुआ।
बुंदेलखंड अंचल की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि से इस नाटक की भावनात्मक कथा बहुत प्रचलित है। राजसी विरासत, रिश्ते-नाते, मैत्री और शत्रुता, देवर-भाभी के पवित्र रिश्ते पर आक्षेप और सत्यता प्रमाणित करने के लिए भाभी की दी हुई विषाक्त खीर का पान कर प्राण गँवाने वाले देवर की गाथा अमर है। लाला हरदौल बुंदेलखंड के पूज्य किरदार हैं जिनके बारे में बहुत मर्मस्पर्शी मान्यताएं हैं।
इस नाटक का निर्देशन वरिष्ठ रंगकर्मी बालेन्द्र सिंह ने किया। नाटक की स्क्रिप्ट कोमल कल्याण जैन ने लिखी। संगीत वरिष्ठ रंगकर्मी रविलाल सांगड़े ने तैयार किया।
गतिविधि का सजीव प्रसारण विभाग के सोशल मीडिया प्लेटफार्म यूट्यूब https://youtu.be/HvHpQHmxZqo पर भी किया गया|