जिले में एग्रो प्रोसेसिंग का वातावरण तैयार कर रोजगार की संभावनों को बढ़ाये – कलेक्टर श्री पुष्प

मन्दसौर। कलेक्टर श्री मनोज पुष्प की अध्यक्षता में कलेक्टर सभागृह में निर्यातक इकाईयों व निर्यात संवर्धन सहायता समिति की बैठक सुशासन भवन स्थित सभाकक्ष में दोपहर 12 बजे आयोजित की गई। बैठक के दौरान कलेक्टर श्री पुष्प द्वारा कहा गया कि मंदसौर में एग्रो प्रोसेसिंग हेतु वातावरण तैयार कर रोजगार संबंधी संभावनों को तैयार किया जाए। उत्पादन निर्यात कर अधिकतम मूल्य अथवा लाभ प्राप्त करने हेतु उद्योगीक प्रक्रियाओं से जुड़े अनुभवीजन मार्गदर्शन कर प्रक्रिया को अधिक सरल बनाया जाए। ऑनलाईन अथवा डिजिटल तरीके से कार्य कर 10 के स्थान पर 1 व्यक्ति के द्वारा भी कार्य किया जा सके। एक फार्मल एजेंडा तैयार किया जावे। जिसमें सभी अपने अनुभव साझा कर सके ताकि निर्यात में आनेवाली कठिनाईयों अथवा समस्याओं का समाधान किया जा सके। बैठक में मूल्य निर्धारण में प्रमाणन एवं उससे संबंधी आवश्यकताओं एवं कठिनायों पर भी चर्चा की गई। स्टार्च संबंधी उत्पादक इकाई द्वारा भी एक्सपोर्टेशन संबंधी समस्या एवं अनुभवों को साझा किया गया।
बैठक के दौरान कलेक्टर पुष्प द्वारा कहा गया कि मक्का उत्पादन के लिए जिले में एक रणनीति तैयार की जाए। मक्का उत्पादन पर किसानों का ध्यान केन्द्रित करे। जिससे किसानों को भी नाभान्वित किया जा सकें। बैठक में निर्यातक इकाईयों को निर्यात हेतु किन-किन ऐजेंसियों से डील करना होता है। इसके साथ ही मसाला पाउडर, चीनी पाउडर, मंगों पाउडर, टरमरीक पाउडर इत्यादि पर भी चर्चा की गई।
फार्मट्रेक द्वारा औद्योगिक समस्याओं का किया जाएगा निराकरण
फार्मट्रेक द्वारा मंदसौर में औद्योगिक समस्याओं के निराकरण किया जावेगा उक्त वक्तव्य कलेक्टर के द्वारा बैठक में कहे गए। गार्लिकों बेसेस उत्पादक इकाईयों द्वारा भी संबंधित समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गई। जिसमें कच्चे माल की समस्या, लॉकडाउन के कारण माल की पूर्ति अपेक्षा के अनुकूल नहीं होकर कम होना, किसान से सीधे लेने पर गुणवत्ता एवं मात्रा संबंधी समस्या इत्यादि पर चर्चा की गई। अनुभवी लोगों को नवीन उत्पादकों को मार्गदर्शन प्रदान करने के निर्देश दिये गए।
जिले में स्टेण्डर्ड रणनीति बनाई जायगी
बैठक के दौरान कहा गया कि जिले में स्टेण्डर्ड रणनीति बनाई जायगी। जिसके अंतर्गत लॉकडाउन में सामाजिक दूरी के पालन के साथ व्यक्ति, वाहन, बायर्स, कर्मचारी में संतुलन स्थापित कर निश्चित स्थान का चयन किया जाएगा। मसाला बोर्ड अंतर्गत रतलाम में कंटेनर डिपों बंद होने से उत्पन्न समस्या के समाधान के लिए विकल्प के रूप में शामगढ में स्थापित करने पर चर्चा की गई। इस सम्बंध में पर्याप्त एवं अनुकूल स्थान निन्हित कर इण्डियन कंटेनर डिपों शामगढ में स्थापित करने के प्रयास करेंगे।
बैठक में कलेक्टर द्वारा उत्पाद ग्रेडिंग, पेकेजिंग, स्टोरेज एवं हेण्डलिंग की प्रक्रियाओं को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। ऑरेंज फसल उत्पादकों ने भी उत्पादन एवं माल खपत संबंधी समस्याओं पर चर्चा की। कलेक्टर ने उद्योगपतियों से कहा कि आपकी प्रत्येक समस्या में सपोर्ट हेतु हम सदैव तत्पर है। इस हेतु हमे लिखित में समस्या से अवगत करावे एवं संबंधित विभाग को भी बताए, ताकि समाधान किया जा सके। प्रायवेट सेक्टर के लोगों को प्रोसेसिंग में सम्मिलित करेंगे एवं बड़े स्तर के उद्योगपतियों की जानकारी से भी शासन को अवगत करवाया जाएगा।

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