मध्यप्रदेश में गैर पारम्परिक सौर ऊर्जा स्रोतों के उपयोग को बढ़ावा

भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए इच्छुक निवेशकों को सदैव पूरा सहयोग दिया गया है। यही नीति भविष्य में भी जारी रहेगी। प्रदेश में निवेश प्रोत्साहन से कारोबार बढ़ेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश आए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में ओंकारेश्वर में फ्लोटिंग सोलर प्लांट के लिए कार्य प्रारंभ हो गया है। राज्य सरकार गैर पारम्परिक सौर ऊर्जा स्रोतों के उपयोग के प्रति गंभीर है। उद्योग क्षेत्र से प्राप्त ऐसे प्रस्तावों को क्रियान्वित करने के लिए राज्य सरकार नीतियों और प्रावधानों के अनुरूप पूरा सहयोग करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में उनसे भेंट करने आए निवेशकों से चर्चा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान से भेंट करने वाले निवेशकों में श्री जिंदल ग्रुप और सागर ग्रुप के उद्योगपति शामिल थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान को निवेशकों ने निवेश प्रस्तावों से अवगत करवाया। जिंदल समूह के प्रतिनिधि ने बताया कि वे 4 हजार करोड़ से अधिक लागत से सीमेंट उत्पादन और अन्य इकाइयों की स्थापना के इच्छुक‍ हैं। समूह द्वारा पवन ऊर्जा के क्षेत्र में भी निवेश का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
सागर ग्रुप द्वारा रायसेन जिले की गौहरगंज तहसील के तामोट ग्राम में यार्न/फेब्रिक उत्पाद की नई इकाई से 3 हजार से अधिक लोगों को रोजगार प्राप्त होने की जानकारी दी। समूह द्वारा मुख्यमंत्री श्री चौहान को नई परियोजना के भूमि-पूजन के लिए आमंत्रित किया गया। समूह की इकाई वर्ष 2013 से स्थापित है, जिसमें करीब 3 हजार युवाओं को रोजगार मिला है। रायसेन जिले के ग्रामीण विद्यार्थियों के लिए सीएम राइज़ योजना से प्रेरित होकर विद्यालय का संचालन किया जा रहा है, जहाँ सभी सुविधाएँ नि:शुल्क उपलब्ध कराई गई हैं।
निवेशकों से भेंट के दौरान मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी और प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन श्री संजय कुमार शुक्ला उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *