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स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों द्वारा आईसीएआर–सीआईएई, भोपाल का शैक्षणिक भ्रमण

भोपाल। भोपाल स्थित स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एंड एलाइड टेक्नोलॉजीज द्वारा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान (सीआईएई), भोपाल का शैक्षणिक भ्रमण आयोजित किया गया। इस भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को आधुनिक कृषि तकनीकों का प्रत्यक्ष एवं व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करना था।

भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने सीआईएई के विभिन्न प्रभागों का अवलोकन किया तथा कृषि से संबंधित उन्नत तकनीकों—जैसे ट्रैक्टर, जुताई उपकरण, कटाई एवं कटाई उपरांत उपयोग होने वाली मशीनरी—की जानकारी प्राप्त की। आधुनिक प्रसंस्करण तकनीकों एवं मूल्य संवर्धन (वैल्यू एडिशन) पर दिए गए प्रदर्शनों से छात्रों को यह समझने में सहायता मिली कि किस प्रकार कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम कर कृषि उत्पादकता बढ़ाई जा सकती है। साथ ही, जैव-ऊर्जा समाधान एवं कृषि ऊर्जा की कुशल प्रणालियों पर भी विस्तृत जानकारी दी गई, जो सतत कृषि के लिए महत्वपूर्ण हैं।

सीआईएई के वैज्ञानिकों के साथ आयोजित संवादात्मक सत्रों में विद्यार्थियों को भारतीय कृषि के भविष्य को आकार देने में अनुसंधान एवं विकास की भूमिका की गहन समझ प्राप्त हुई। यह शैक्षणिक भ्रमण शिक्षकों के लिए भी उपयोगी सिद्ध हुआ, जिससे पाठ्यक्रम समृद्धि एवं भविष्य में संभावित शैक्षणिक एवं अनुसंधान सहयोग के नए अवसरों की पहचान हो सकी।

यह शैक्षणिक भ्रमण एसजीएसयू चांसलर डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी,  कुलपति डॉ. विजय सिंह, कुलसचिव डॉ. सतीश कुमार सिन्हा, डीएसडब्ल्यू डॉ. विनोद कुमार शर्मा एवं एनएसएस अधिकारी डॉ. नितिन कुमार ढ़िमोले के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।

इस अवसर पर एसजीएसयू के चांसलर डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा, “कृषि देश की रीढ़ है और इसे आधुनिक तकनीक, अनुसंधान एवं नवाचार से जोड़ना आज की आवश्यकता है। आईसीएआर–सीआईएई जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों का शैक्षणिक भ्रमण छात्रों को स्मार्ट एग्रीकल्चर, कृषि यंत्रीकरण और सतत कृषि प्रणालियों की व्यावहारिक समझ प्रदान करता है।”

वहीं कुलगुरु डॉ. विजय सिंह एवं कुलसचिव डॉ. सतीश कुमार सिन्हा ने कहा, “ऐसे शैक्षणिक भ्रमण छात्रों की व्यावहारिक समझ को सुदृढ़ करते हैं तथा उन्हें आधुनिक, तकनीक-आधारित कृषि के लिए तैयार करते हैं। शैक्षणिक संस्थानों और अनुसंधान संगठनों के बीच सहयोग से कृषि शिक्षा की गुणवत्ता और प्रभावशीलता में निरंतर वृद्धि होती है।”

इस शैक्षणिक भ्रमण का नेतृत्व स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर एंड एलाइड टेक्नोलॉजीज के विभागाध्यक्ष डॉ. इंद्रवीर सिंह ने किया। सहायक प्राध्यापक श्री श्रेयांश पांडेय भी विद्यार्थियों के साथ उपस्थित रहे।

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