भोपाल। मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग द्वारा 75वें आज़ादी अमृत महोत्सव के तहत विविध कलानुशासनों की प्रस्तुतियों एकाग्र सातत्य का आयोजन प्रतिदिन मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय में किया जा रहा है। कार्यक्रम के तीसरे शाम 6 बजे श्री रुद्रकांत ठाकुर एवं साथी- सिवनी द्वारा भक्ति गायन और श्री हरिहरेश्वर पोद्दार एवं साथी- उज्जैन द्वारा शिव विवाहः मालवी आख्यान की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम की शुरूआत कलाकारों के स्वागत से हुई, जिसमें जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी निदेशक डॉ. धर्मेन्द्र पारे द्वारा स्वागत किया गया।
कार्यक्रम में सबसे पहले रुद्रकांत ठाकुर एवं साथियों द्वारा भक्ति गायन की प्रस्तुति दी गई। उन्होंने प्रस्तुति की शुरूआत गणेश वंदना से की। इसके बाद शिव आराधना गीत -मिलकर सारे देवी देवता पूजा करें भोले नाथ की…, लागी भोले से लगन बम बम बम…, भोले बाबा दूल्हा बन गए हो…, मेरे भोले न भरवाया मेला…, कहाँ लगा दऊं रे भोला मेरे बेल पाती…, देखो री सखी द्वारे बाला जोगी आयो है और भक्त आएं हैं तेरे द्वारे…, भजनों की प्रस्तुति दी।
दूसरी प्रस्तुति हरिहरेश्वर पोद्दार एवं साथी- उज्जैन द्वारा शिव पार्वती विवाहः मालवी आख्यान की प्रस्तुति दी गई। प्रस्तुति में कलाकारों ने माता पार्वती का जन्म, नारद जी द्वारा गुरुमंत्र देना, पार्वती देवी द्वारा तपस्या, भगवान शिव जी द्वारा प्रसन्न होकर अंगीकार करना, माता पार्वती जी को हल्दी, मेंहदी, श्रंगार करना, भगवान शिव जी का दूल्हे के रूप में श्रंगार, नैनावती हिमवान द्वारा शिव बारात की अगवानी की तैयारी एवं शिव बारात हस्त मिलाप, वरमाला, फेरे विदाई के दृश्यों को प्रदर्शित किया। कार्यक्रम का ऑनलाइन प्रसारण भी सोशल मीडिया के अलग अलग प्लेटफॉर्म पर किया जा रहा है।
विविध कलानुशासनों की प्रस्तुतियों एकाग्र सातत्य का आयोजन

Leave a Reply