बुरहानपुर : ग्राम जैनाबाद निवासी अरूण गणपत को जब उनका भूमि स्वामी अधिकार अभिलेख मिला, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने कहा कि, अब मुझें बैंक लोन एवं अन्य सुविधायें आसानी से मिल सकेंगी। योजना का लाभ मिलने पर लाभार्थी अरूण गणपत ने प्रधानमंत्री जी एवं मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद ज्ञापित किया है। आज जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में हितग्राहियों को उनके भूअधिकार अभिलेख मिलने से उनके चेहरों पर एक अलग ही खुशी दिखाई दे रही थी। अब वे भी हक से दूसरों से कह सकते हैं कि यह जगह मेरी है। अपनी स्वयं की जमीन के वैधानिक दस्तावेज का वित्तीय उपयोग कर बैंक से आसानी से ऋण प्राप्त कर सकेंगे। स्वामित्व योजना पात्र हितग्राहियों के लिए लाभकारी हो रही है। योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जमीन के रिकॉर्ड को डिजिटल तरीके से तैयार किया जाता है, जिससे भूमि विवादों को कम किया जा सके। योजना का मुख्य उद्देश्य पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार, राज्य के राजस्व विभाग और भारतीय सर्वेक्षण विभाग के सहयोग से ड्रोन सर्वेक्षण तकनीक का उपयोग करते हुए, ग्रामीण आबादी के आवासीय अधिकार अभिलेख तैयार करना है। लक्ष्य – 1. ग्रामीण भारत के नागरिकों को ऋण और अन्य वित्तीय लाभ प्राप्त करने के लिए, अपनी संपत्ति को एक वित्तीय परिसंपत्ति के रूप में प्रयोग करने में सक्षम बनाते हुए उन्हें वित्तीय स्थिरता प्रदान करना। 2. ग्रामीण नियोजन हेतु सटीक भूमि अभिलेखों और जीआईएस नक्शों का निर्माण। 3. संपत्ति कर का निर्धारण। 4. संपत्ति संबंधी विवादों को कम करना। व्यक्तिगत लाभ-निर्विवाद एवं स्पष्ट स्वामित्व, स्पष्ट रूप से सीमांकित संपत्ति व संपत्ति की सुरक्षा और अधिकार, संपत्ति की सभी सीमाओं का सटीक माप, संपत्ति के मालिकों के लिए औपचारिक बैंकों से ऋण प्राप्त करना होगा आसान। ग्राम पंचायतों को लाभ सरकारी व निजी भूमि की पहचान, अतिक्रमण की पहचान, नियोजित बुनियादी ढांचा, नये भवनों के निर्माण हेतु भूमि चयन, विकास कार्यों के लिए बेहतर आंकलन तैयार करना, पंचायतों को अपने राजस्व के स्त्रोत को बढ़ाने का अवसर, किसी भी आपदा के मामले में आपदा और प्रबंधन के लिए सहयोगी है।
भूमि स्वामी अधिकार पत्र मिलने पर लाभार्थियों के चेहरों पर आयी खुशियाँ

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