छिन्दवाडा : शासन द्वारा युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से विभिन्न योजनाएँ चलाई जा रही हैं जिनका लाभ उठाकर कई लोग सफलता की नई इबारत लिख रहे हैं। ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है छिन्दवाड़ा जिले के श्री शुभम सोनी की, जिन्होंने अपने दृढ़ संकल्प और परिश्रम से न केवल अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया, बल्कि समाज के अन्य युवाओं के लिए भी मिसाल पेश की।
शुभम का हमेशा से अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने का सपना था। उनके पिताजी पिछले 20 वर्षों से एक दुकान में कार्यरत थे और परिवार की आर्थिक स्थिति को संभालने में सहयोग कर रहे थे। शुभम ने भी व्यापार के क्षेत्र में कदम रखने का निर्णय लिया, लेकिन वित्तीय सहायता की कमी उनके लिए एक बड़ी चुनौती थी।
“जो सपनों को सच करने का हौसला रखते हैं,
वो मुश्किलों से नहीं डरते, बल्कि उनसे लड़ते हैं।”
इसी दौरान उन्हें जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के माध्यम से मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना की जानकारी मिली, जिसके तहत स्वरोजगार के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। शुभम ने योजना के अंतर्गत आवेदन किया और उनका प्रस्ताव बैंक ऑफ इंडिया, छिंदवाड़ा को भेजा गया। बैंक ने उनके आवेदन को स्वीकृत करते हुए 3 लाख रूपये का ऋण प्रदान किया।
इस सहायता से शुभम ने “मातेश्वरी वस्त्रालय” नाम से अपनी खुद की कपड़ा दुकान खोली। शुरुआती दिनों में कई चुनौतियाँ आईं, लेकिन उन्होंने धैर्य और मेहनत से हर कठिनाई को पार किया। धीरे-धीरे उनके व्यवसाय ने रफ्तार पकड़ी और आज वे 15,000 रूपये मासिक आय अर्जित कर रहे हैं। अब शुभम अपनी आय को और बढ़ाने और व्यवसाय का विस्तार करने की दिशा में काम कर रहे हैं। भविष्य में वे अधिक स्टॉक जोड़ने, ग्राहकों की जरूरतों के अनुसार विविधता लाने और कारोबार को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने की योजना बना रहे हैं। उनकी यह यात्रा समाज के अन्य युवाओं को भी प्रेरित कर रही है कि अगर सही योजना और निरंतर परिश्रम किया जाए तो कोई भी अपना व्यवसाय शुरू कर सकता है और आत्मनिर्भर बन सकता है।
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