दीपक चाकरे सुस्त हो, बैठा मुसाफिर,सुस्ताना तेरा काम नही?अभी तो सफ़र बाकी है,यह आखिरी मुकाम नही?बहुत लम्बा है रास्ता,अभी तो…
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दीपक चाकरे सुस्त हो, बैठा मुसाफिर,सुस्ताना तेरा काम नही?अभी तो सफ़र बाकी है,यह आखिरी मुकाम नही?बहुत लम्बा है रास्ता,अभी तो…
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सत्यनारायण चौहान उठालो उठालो कसम उठालोदेश की रक्षा हम करेंगेन रुकेंगे न झुकेंगेएक बार नहीं हर बार कहेंगेदेश की रक्षा…
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सौ.चंद्रमणी दफ्तरी “स्पंदन “ लाद कंधों पर बोझ अपने, पग-पग आगे बढ़े होंगें ,कहीं कनात, कहीं पर खंदक,चट्टानों की ओट…
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बृजेश बडोले हमने मंच से कहा-‘कविता कल्याणीयह उद्धार करती है’सुनकर एक व्यक्तिमंच पर चढ़ आया,और बोला- ‘कौन कहता हैकविता उद्धार…
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विक्रमादित्य सिंह कितना हसीं है, हमनवीं है, एक नशा है दोस्तीजिंदगी का सार है….. एक फलसफां है दोस्तीहै कभी यह…
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संदीप राशिनकर लोकल में, रास्ते मेंबस की कतारों, या भीड़ मेंकही तो टकराया होगावो आपसे भी, और पूछाहोगाअपना नाम, पहचानऔर…
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आशीष खरे आज भगवान को अच्छा सबक सिखायाउनकी शिकायत, उन्हीं से कर आया,सुन मेरी बात, वो हो गए गंभीरकहने लगे,…
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भोपाल। जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी द्वारा विगत वर्ष से टॉकिंग डिक्शनरी बनाने का अभिनव कार्य प्रारंभ किया…
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दीपक चाकरे गगन को ढका बादलों ने,चहूँ ओर देखो छाया हैं।सर्द भरे छोटे दिन,शीत लहरों ने भरमाया हैं।।छूप रहाँ हैं…
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सुरेश कुशवाह कमर हुई पतली, नदिया की जेठ मेंखूब घाम में तपती, नदिया जेठ में। बीच-बीच में, शर्माती सकुचाती सीरेत…
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