ग्वालियर : नजदीक से मंगल, चंद्रमा व अन्य तारे कैसे दिखते हैं। कौन से गृह की क्या-क्या भौगोलिक एवं पर्यावरणीय विशेषतायें होती हैं। सौर मंडल में गृहों की स्थिति कहां-कहां है। खगोलीय घटनाओं का पृथ्वी पर किस प्रकार असर पड़ता है। सौर मंडल से संबंधित ऐसी ही तमाम दुर्लभ एवं रोमांचकारी घटनाओं से बुधवार की रात वरिष्ठ प्रशासनिक पुलिस अधिकारी भी रूबरू हुए। “तीन दिवसीय स्पेस प्रोग्राम” के तहत सिरोल रोड स्थित एमपीसीटी परिसर में नेहरू प्लेटोरियम मुम्बई के व्याख्याता देश के सुप्रसिद्ध खगोलशास्त्री प्रो. एस नटराजन द्वारा खगोलीय घटनाओं पर व्याख्यान दिया गया। साथ ही टेलिस्कोप के माध्यम से अधिकारियों को चन्द्रमा व मंगल सहित विभिन्न गृहों के दर्शन कराए।
पुलिस महानिरीक्षक श्री अरविंद सक्सेना, कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान, भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री शैलेन्द्र चौहान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री विवेक कुमार एवं वन मण्डलाधिकारी श्री अंकित पाण्डेय सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान की पहल पर जिले के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को विज्ञान एवं अंतरिक्ष की गतिविधियों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से खागोलशास्त्री प्रो. नटराजन द्वारा शहर में “तीन दिवसीय स्पेस प्रोग्राम” के तहत रोचक सत्र आयोजित किए गए। कार्यक्रम की आखिरी शाम पर अधिकारियों ने भी सौर मंडल के गृह देखे और खगोलकीय घटनाओं के बारे में जानकारी हासिल की।
खगोलशास्त्री प्रो. एस नटराजन ने बच्चों को विभिन्न प्रकार की खगोलीय घटनाओं को गहराई से परिचित कराया। साथ ही उन्होंने स्कूली बच्चों की सौर मंडल से संबंधित जिज्ञासाओं का समाधान भी “तीन दिवसीय स्पेस प्रोग्राम” के तहत किया गया है।
ज्ञात हो मुम्बई स्थित नेहरू प्लेनेटोरियम के वरिष्ठ व्याख्याता खगोलशास्त्री प्रो. एस. नटराजन देश भर के स्कूलों और कॉलेजों में अब तक 3500 से अधिक व्याख्यान दे चुके हैं। साथ ही इसरो एवं एनसीआर पुणे जैसी प्रतिष्ठित संस्थानों में भी अपने खगोलकीय ज्ञान का प्रसार कर चुके हैं। मध्यप्रदेश में भी ग्वालियर सहित 10 जिलों में प्रोफेसर नटराजन अपना कार्यक्रम प्रस्तुत कर चुके हैं। बुधवार की रात आयोजित हुए कार्यक्रम में कलेक्टर श्रीमती चौहान ने प्रो. नटराजन के प्रति आभार व्यक्त किया।
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